बिक गये तुम!


टिप्पणियाँ

  1. आदरणीय अपर्णा जी आप बहुत अच्छा लिखती है.भावों का प्रवाह अत्यंत सुंदर है।मेरा सुझाव है कि तस्वीरों में लिखने के बजाय सीधे पेज पर लिखिए,तस्वीरों पर कई
    बार शब्द पढ़ने में नहीं आते है।

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    1. स्वेता जी, सुझाव देने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया. आगे से सीधे ब्लोग पर ही लिखूंगी.

      हटाएं

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