tag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post2998525421151848243..comments2024-03-19T14:59:12.169+05:30Comments on बोल सखी रे: बिनब्याहीअपर्णा वाजपेयीhttp://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-9398484961396204362017-11-30T18:30:40.752+05:302017-11-30T18:30:40.752+05:30Helpful Article!!<a href="http://humasyed.com/life-sustaining-reasons-drink-green-tea/" rel="nofollow">Helpful Article!!</a>da-seo-prohttps://www.blogger.com/profile/10776928348556063802noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-39629528762742511352017-11-30T14:30:45.142+05:302017-11-30T14:30:45.142+05:30दारुण अन्दर तक मथ गई रचना
कितनी आंखों के सपने यूं ...दारुण अन्दर तक मथ गई रचना<br />कितनी आंखों के सपने यूं भुवा जैसे बिना परवान चढ़े रोज टूटते हैं।<br />खोज खोज कर दैनिक जीवन की खिड़कियों से अन्दर झांकता आपका काव्य यथार्थ की कठोर धरातल पर।<br />अप्रतिम अविस्मरणीय। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-15015528697735746162017-11-30T12:16:19.037+05:302017-11-30T12:16:19.037+05:30एक ज्वलंत प्रश्न खड़ा है आज भी इतना सार्थक जितना कल...एक ज्वलंत प्रश्न खड़ा है आज भी इतना सार्थक जितना कल था ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-54610873267671973452017-11-30T11:13:53.123+05:302017-11-30T11:13:53.123+05:30बहुत खूबसूरती से शब्दों को सजाकर भावनाओं को व्यक्त...बहुत खूबसूरती से शब्दों को सजाकर भावनाओं को व्यक्त किया है। गरीबी का ठीकरा कभी बेटी के सर नहीं फोड़ना चाहिए क्योंकि उसका ब्याह तो नियति से होता है। <br />दो तरह की नियति पहली प्रभु की मंजूरी दूसरी एक पिता का अर्थ-तंत्र।Abhihttp://lifeisash.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-77972688119406032122017-11-30T08:50:26.106+05:302017-11-30T08:50:26.106+05:30प्रिय रेनू दी, आपका स्नेह सर आंखों पर.बहुत बहुत आभ...प्रिय रेनू दी, आपका स्नेह सर आंखों पर.बहुत बहुत आभार इतनी प्रेरक प्रतिक्रिया देने के लिये.आपके असीम नेहकी आकांक्षी.<br />सादरअपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-22794628298596831952017-11-29T23:20:53.718+05:302017-11-29T23:20:53.718+05:30चर्चा में मेरी रचना को स्थान देने के लिये सादर आभा...चर्चा में मेरी रचना को स्थान देने के लिये सादर आभार दिलबाग जी <br />सादरअपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-2970245178165855022017-11-29T19:57:00.886+05:302017-11-29T19:57:00.886+05:30आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 30-11-2017 को चर्चा मंच ...आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 30-11-2017 को चर्चा मंच पर <a href="https://charchamanch.blogspot.com/2017/11/2803.html" rel="nofollow"> चर्चा - 2803 </a> में दिया जाएगा <br />धन्यवाद दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-34295321509973069462017-11-29T19:19:45.256+05:302017-11-29T19:19:45.256+05:30सच एक उम्र के बाद सपना खुद को तो कचोटता ही है लेकि...सच एक उम्र के बाद सपना खुद को तो कचोटता ही है लेकिन उससे ज्यादा चिंता घर परिवार को भी लगी रहती है <br />सच हैं दूल्हों का बाजार आज भी बड़ा महंगा है '<br />बहुत सुन्दर कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-75534938230423896462017-11-29T19:02:12.952+05:302017-11-29T19:02:12.952+05:30प्रिय अपर्णा -- सामाजिक और ज्वलंत विषयों पर आपका ल...प्रिय अपर्णा -- सामाजिक और ज्वलंत विषयों पर आपका लेखन बेजोड़ है इस साल ब्याह देंगे बेटी को जरूर,<br />न बाबा का कर्ज उतरता है न आती है बरात,<br />बीतते जाते हैं साल दर साल,<br />बढ़ती जाती है उम्मीदों की मियाद, --<br />कितने मर्म स्पर्शी भाव और वेदना के प्रखर स्वर हैं रचना में !!!!!!!! <br /> कुंआरे सपने आखों में ही दम तोड़ देते है क्योकि दूल्हे सचमुच महंगे हैं बाजार में | बिनब्याही बुआ के माध्यम से न जाने कितने विपन्नता से जूझ रहे भाइयों और पिताओं की कहानी कह दी आपने | बहुत सार्थक रचना के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामना आपको | <br /> रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-61860728707691226942017-11-29T15:42:30.524+05:302017-11-29T15:42:30.524+05:30वाह!वाह!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.com