tag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post3195871610702853071..comments2024-03-19T14:59:12.169+05:30Comments on बोल सखी रे: एक दोस्त सरहद के उस पारअपर्णा वाजपेयीhttp://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-57217762753240291012017-08-12T15:15:24.687+05:302017-08-12T15:15:24.687+05:30सुन्दर मर्मस्पर्शी रचना...
अच्छा लगा आपके ब्लॉग ...सुन्दर मर्मस्पर्शी रचना...<br />अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर....आपकी रचनाएं पढकर और आपकी भवनाओं से जुडकर....<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-8898074946435022862017-08-12T01:06:31.671+05:302017-08-12T01:06:31.671+05:30दोस्ती को सरहदें रोक नहीं सकती । सुंदर रचना।दोस्ती को सरहदें रोक नहीं सकती । सुंदर रचना।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-15011060938989990792017-08-10T17:47:18.317+05:302017-08-10T17:47:18.317+05:30धन्यवाद सुधा जी , ब्लॉग पर आपका स्वागत है .धन्यवाद सुधा जी , ब्लॉग पर आपका स्वागत है .अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-22973392590434861662017-08-10T13:06:50.196+05:302017-08-10T13:06:50.196+05:30बहुत ही सुन्दर...
हम अपनी दीवारों में कैद हो गये
औ...बहुत ही सुन्दर...<br />हम अपनी दीवारों में कैद हो गये<br />और हमारी दोस्ती हवाओं में घुल गयी<br />मर्मस्पर्शी रचना....Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-40938558587958498852017-08-10T12:39:41.145+05:302017-08-10T12:39:41.145+05:30शुक्रिया एक्लव्य जी . आप सभी की सराहना और अच्छा लि...शुक्रिया एक्लव्य जी . आप सभी की सराहना और अच्छा लिखने के लिये प्रेरित करती है.अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-71994673420630139402017-08-10T07:03:33.967+05:302017-08-10T07:03:33.967+05:30सत्य कहा राजनीतिज्ञों के फैलाये आग में हम आज भी जल...सत्य कहा राजनीतिज्ञों के फैलाये आग में हम आज भी जल रहे हैं। बहुत ही मार्मिक रचना ! आभार ,"एकलव्य" <br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-73267327345667319682017-08-07T00:00:16.196+05:302017-08-07T00:00:16.196+05:30उत्साहवर्धन के लिये बहुत बहुत धन्यवाद. मै चर्चा मे...उत्साहवर्धन के लिये बहुत बहुत धन्यवाद. मै चर्चा में जरुर भाग लूंगी. रचना को लिंक करने के लिये आभार.अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-79072244887265568362017-08-06T23:57:01.336+05:302017-08-06T23:57:01.336+05:30मोनिका जी , ब्लोग पर आपका स्वागत है . प्रतिक्रिया ...मोनिका जी , ब्लोग पर आपका स्वागत है . प्रतिक्रिया देने कि लिये शुक्रिया. आगे भी आपकी प्रतिक्रियाओ का इंतज़ार रहेगा . सादरअपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-25292687826084542952017-08-06T23:53:14.747+05:302017-08-06T23:53:14.747+05:30रवीन्द्र जी , आपका बहुत बहुत आभार . रवीन्द्र जी , आपका बहुत बहुत आभार . अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-62207545838717292972017-08-06T16:03:27.430+05:302017-08-06T16:03:27.430+05:30सुंदर भाव ...दोस्ती में सरहदें कैसी ?सुंदर भाव ...दोस्ती में सरहदें कैसी ? डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1468267779286801048.post-23713934450321540332017-08-06T15:16:39.224+05:302017-08-06T15:16:39.224+05:30देश के बंटबारे के दर्द को आपने संवेदना की कूची से ...देश के बंटबारे के दर्द को आपने संवेदना की कूची से शब्दचित्र में बदल दिया है। बेहद मार्मिक रचना। <br />आपकी यह प्रस्तुति गुरूवार 10 अगस्त 2017 को "पाँच लिंकों का आनंद "http://halchalwith5links.blogspot.in के 755 वें अंक में लिंक की गयी है। चर्चा में शामिल होने के लिए अवश्य आइयेगा ,आप सादर आमंत्रित हैं। सधन्यवाद।Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.com