बदलता समय
एक चिड़िया
गाती है भोर का गीत ,
एक चिड़िया
भरती है उड़ान,
एक चिड़िया
फड़फड़ाती है और दम तोड़ देती है पिंजड़े के भीतर ,
चिड़िया वही है
भोर वही है
पंख वही हैं
पिंजड़ा वही है
बस बदला है तो समय
और एक स्वतंत्र व्यक्तित्व होने के मायने।
एक चिड़िया
गाती है भोर का गीत ,
एक चिड़िया
भरती है उड़ान,
एक चिड़िया
फड़फड़ाती है और दम तोड़ देती है पिंजड़े के भीतर ,
चिड़िया वही है
भोर वही है
पंख वही हैं
पिंजड़ा वही है
बस बदला है तो समय
और एक स्वतंत्र व्यक्तित्व होने के मायने।
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