रात की सुबह को जून 30, 2020 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप उदासी के बादमुस्कान की चमक,जैसे मेघों ने किया हवाओं का आलिंगन,उम्र ने कुछ राग छेड़ा,साहिल को ढूंढ करपंहुचा घर नाविक,पहाड़ ने जमीं को प्यार कियाजैसे रात ने सुबह में खोज लिया अंत। टिप्पणियाँ विश्वमोहन30 जून 2020 को 5:56 pm बजे "जैसे रात ने सुबह में खोज लिया अंत।" बहुत सुन्दर!!!जवाब देंहटाएंउत्तरअपर्णा वाजपेयी3 जुलाई 2020 को 7:15 pm बजेशुक्रिया सादर हटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
"जैसे रात ने सुबह में खोज लिया अंत।" बहुत सुन्दर!!!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
हटाएंसादर