यह गणतंत्र दिवस हमारे कर्तव्यों के नाम
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आइए आज हम प्रण लेते हैं कि यह दिन हम अपने जीवन में मात्र एक छुट्टी के दिन की तरह न मनाकर याद करेंगे आज़ादी के उन लड़ाकों की कहानी जिन्होंने अपने आप को हंसते हंसते देश पर न्योछावर कर दिया था।
आज सबसे जरूरी है कि हम अपने बच्चों को इस आज़ादी की कीमत समझाएं, उन्हें बताएं इस प्रजातंत्र ने उन्हें क्या शक्ति दी है, हमारे संविधान ने उन्हें क्या अधिकार दिए हैं और उनके क्या कर्तव्य हैं।
आज जब पर्यावरण बिगड़ रहा है, जंगल सिकुड़ रहे है, इंसान मात्र एक संख्या भर है तब जरूरत है कि हम बच्चों को सही राह दिखाएं, उनके लिए प्रेरणा बनें।
इस गणतंत्र दिवस को प्रकृति और मानवता के नाम समर्पित करें।
बहुत अच्छी बात कही है आपने । अमल करूंगा । आभार एवं अभिनंदन आपका ।
जवाब देंहटाएंसादर आभार जितेंद्र जी, ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं।
जवाब देंहटाएंसादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26-1-21) को "यह गणतंत्र दिवस हमारे कर्तव्यों के नाम"(चर्चा अंक-3958) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
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कामिनी सिन्हा
बहुत अच्छी और सार्थक बातें आपने कही हैं। साधुवाद!--ब्रजेंद्रनाथ
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