प से पापा बोलने से लेकर प्रेम के परवान चढ़ने तक हम प्रेमी मे भी पिता खोज रहे होते हैं,
पिता होते हैं तो दुनिया हमसे डरती है
पिता के न होने पर हम दुनिया से डरते हैं,
पिता संबल हैं, सब कुछ मिल जाने का रहस्य हैं,
कम में ज़्यादा और ज़्यादा में बांटने का वादा हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें