कह दो, गर कुछ कहना है,
दिल के घाव से बचना है,
वही रहोगे जो हो तुम
बुरा भला जो होना है।।
अगर कहे कुछ कोई जो,
ध्यान से सुनना जो भी हो,
कुछ ही सब सुन पाते हैं
कुछ ही सब कह पाते हैं,
सुनकर कुछ भी जज न करना,
तसल्ली से कह भर देना,
दिल का बोझ उतार सको तो
ये कंधा हर बार मिलेगा,
प्यारी झप्पी दे भर देना,
अपना होना कह भर देना ,
इतना ही है बड़ा सहारा
एकल जीवन में उजियारा ।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें