जज़्बा
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The words of Voiceless ( बातें जो अब भी बंद होठों के भीतर दबी हैं , भावनाएं जो शब्दों का शरीर पाने के लिए तड़प रही हैं , कहे गए शब्दों के अन्दर छुपी कहानियां और समय से दो - दो हाँथ करती कवितायें ) आँखों में आयी चमक की तरह कुछ चंचल Quotes..... आपके दीदार और प्रतिकियाओं का इंतज़ार कर रहे हैं.......
न रहे हार में हार जहां ,जीत जीत से मुह मोड़े
जवाब देंहटाएंउस पथ पर दौड़े रथ मेरा जो मंज़िल मन्ज़िल न खेले।
गोवँशी श्रीधर
न रहे हार में हार जहां ,जीत जीत से मुह मोड़े
जवाब देंहटाएंउस पथ पर दौड़े रथ मेरा जो मंज़िल मन्ज़िल न खेले।
गोवँशी श्रीधर