दुविधा
पैरों ने सबसे पहले शुक्रिया कहा जूतों को,
जूतों ने कदमों का साथ दिया,
कदमों ने रास्ते का चुम्बन लिया
और रास्ते ने सफलता झोली में डाल दी..
उनका साथ, उनका प्यार किसी दुविधा में नहीं था।
The words of Voiceless ( बातें जो अब भी बंद होठों के भीतर दबी हैं , भावनाएं जो शब्दों का शरीर पाने के लिए तड़प रही हैं , कहे गए शब्दों के अन्दर छुपी कहानियां और समय से दो - दो हाँथ करती कवितायें ) आँखों में आयी चमक की तरह कुछ चंचल Quotes..... आपके दीदार और प्रतिकियाओं का इंतज़ार कर रहे हैं.......
बहुत अच्छा है ।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आलोक जी, सादर
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