हम दोनो
कुछ बातें कुछ मौन उधारी हमने रखी बारी - बारी। सपने देखे झूठ सरीखे जीवन बदला पारी - पारी © अपर्णा बाजपेई
The words of Voiceless ( बातें जो अब भी बंद होठों के भीतर दबी हैं , भावनाएं जो शब्दों का शरीर पाने के लिए तड़प रही हैं , कहे गए शब्दों के अन्दर छुपी कहानियां और समय से दो - दो हाँथ करती कवितायें ) आँखों में आयी चमक की तरह कुछ चंचल Quotes..... आपके दीदार और प्रतिकियाओं का इंतज़ार कर रहे हैं.......