संदेश

जून, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस महोत्सव

चित्र
योग-शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस महोत्सव के साथ संपन्न  भारत स्वाभिमान न्यास,पतंजलि योग समिति, युवा भारत एवं पतंजलि किसान सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में 2 जून से 21 जून तक चलने वाले 100 घंटे का सह योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का समापन आज डीसीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस बीपीएम हाई स्कूल बर्मा माइन्स जमशेदपुर के मैदान में आयोजित दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रंगारंग महोत्सव के साथ संपन्न हुआ।आज के समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रामबाबू तिवारी, भाजपा नेता कुलवंत सिंह बंटी एवं दीपक झा,भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी अजय कुमार झा, पतंजलि विधि प्रकोष्ठ के प्रभारी एडवोकेट सतीश सिंह,बीपीएम हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका रंजीता गांधी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका अनीता शर्मा के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए रामबाबू तिवारी ने योग को सिर्फ एक सालाना आयोजन के रूप में ना अपनाते हुए इसे प्रतिदिन अभ्यास करने की आवश्यकता प

आप हमेशा गलतियां करते हैं

 आप हमेशा गलतियां करते हैं  कभी बड़े होकर  कभी छोटे होकर  कभी बोलकर  कभी चुप रहकर  कभी कह कर  कभी न कहकर  कभी छुप कर  कभी सामने आकर  गलतियां न करने के लिए कुछ नहीं करना होगा  कुछ न करने के लिए कुछ नहीं होना होगा  ' कुछ नहीं ' हो पाना बड़ा मुश्किल है यार! जैसे होते हुए भी न होना कितना मुश्किल है यार!!

"Phooli" film review Hindi

  “फूली“ फिल्म समीक्षा  फूली फिल्म के निर्देशक अविनाश ध्यानी के निर्देशन का जादू सिनेमा घरों की स्क्रीन पर दर्शकों को खींच रहा है। 7जून को रिलीज़ हुई यह फिल्म दर्शकों को प्रभावित कर रही है। फ़िल्म के निर्माता मनीष कुमार के होम टाउन जमशेदपुर में यह फिल्म अब भी दर्शकों में उत्साह बनाए हुए है। उत्तराखंड की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म “फूली” एक ऐसी लड़की की कहानी कहती है जो अपने जीवन की कठिनाइयां से लड़ते हुए अपने सपने को पूरा करती है। फिल्म का कथानक इसकी सबसे बड़ी ताकत है और “फूली” के रोल में रिया बलूनी अपने किरदार में उन सभी लड़कियों का नेतृत्व कर रही हैं जो लड़कियां अपने हौसलों से आकाश की ऊंचाइयों को नाप लेना चाहती हैं। 'अपने जीवन में जादू हमें खुद करना होता है' यह एक लाइन फिल्म की ऐसी टैगलाइन है जो पूरी फिल्म को बयां करती है।  हम सब के जीवन में कठिनाइयों का अंबार लगा है। हम हर रोज उन मुश्किलों से लड़ रहे हैं कि हम उनके पीछे हो रहे उस जादू को देख नहीं पाते जो बस होता रहता है। जीवन को बदलने के लिए हमारे प्रयासों से कुछ ना कुछ ऐसा होता रहता है जो हमें उस समय नहीं दिखता लेकिन एक लंबी अ