सभी पहेलियों के विवरण से सहमत नहीं हूँ। कुछ पहेलियों के विवरण तथा उनके उत्तर में संगति नहीं लगती। किन्तु प्रहेलिका हमारे प्राचीन युग से निरंतर चला आ रहा बौद्धिक व्यायाम है जो हमारे मस्तिष्क की धार को भी तथा हमारे भाषा ज्ञान को भी संवर्धित करता है। अतः आपका प्रयास श्लाघनीय है। इसे नियमित रखें, यही अनुरोध है।
सभी पहेलियों के विवरण से सहमत नहीं हूँ। कुछ पहेलियों के विवरण तथा उनके उत्तर में संगति नहीं लगती। किन्तु प्रहेलिका हमारे प्राचीन युग से निरंतर चला आ रहा बौद्धिक व्यायाम है जो हमारे मस्तिष्क की धार को भी तथा हमारे भाषा ज्ञान को भी संवर्धित करता है। अतः आपका प्रयास श्लाघनीय है। इसे नियमित रखें, यही अनुरोध है।
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