बिक गये तुम! को अगस्त 31, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ Sweta sinha1 सितंबर 2017 को 9:39 am बजेआदरणीय अपर्णा जी आप बहुत अच्छा लिखती है.भावों का प्रवाह अत्यंत सुंदर है।मेरा सुझाव है कि तस्वीरों में लिखने के बजाय सीधे पेज पर लिखिए,तस्वीरों पर कईबार शब्द पढ़ने में नहीं आते है। जवाब देंहटाएंउत्तरअपर्णा वाजपेयी1 सितंबर 2017 को 11:20 am बजेस्वेता जी, सुझाव देने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया. आगे से सीधे ब्लोग पर ही लिखूंगी.हटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंsanu1 सितंबर 2017 को 12:28 pm बजेvery nice heart touching lines जवाब देंहटाएंउत्तरअपर्णा वाजपेयी1 सितंबर 2017 को 3:08 pm बजेThanks हटाएंउत्तरजवाब देंअपर्णा वाजपेयी5 सितंबर 2017 को 9:58 pm बजेThanks sonu jee.हटाएंउत्तरजवाब देंजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
आदरणीय अपर्णा जी आप बहुत अच्छा लिखती है.भावों का प्रवाह अत्यंत सुंदर है।मेरा सुझाव है कि तस्वीरों में लिखने के बजाय सीधे पेज पर लिखिए,तस्वीरों पर कई
जवाब देंहटाएंबार शब्द पढ़ने में नहीं आते है।
स्वेता जी, सुझाव देने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया. आगे से सीधे ब्लोग पर ही लिखूंगी.
हटाएंvery nice heart touching lines
जवाब देंहटाएंThanks
हटाएंThanks sonu jee.
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