आज़ादी का जश्न को अगस्त 14, 2017 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ Saakhi19 अगस्त 2017 को 6:26 am बजेक्या बात है। 'शब्दों के पुलिंदे'तेल नमक लगाकर डकार सकते हैं। चौराहे पर पसरी क्रांति का जश्न।बड़ा अलंकारिक प्रयोग। इस कारण उग्रता में उष्णता आ गयी। बढ़ियाँ।जवाब देंहटाएंउत्तरजवाब देंटिप्पणी जोड़ेंज़्यादा लोड करें... एक टिप्पणी भेजें
क्या बात है। 'शब्दों के पुलिंदे'तेल नमक लगाकर डकार सकते हैं। चौराहे पर पसरी क्रांति का जश्न।
जवाब देंहटाएंबड़ा अलंकारिक प्रयोग। इस कारण उग्रता में उष्णता आ गयी। बढ़ियाँ।